और वह उससे पूछता रहा वह कागज पर लिखती रही।और उसने जो बताया निम्न थाजाकिर अपनी बीबी सलमा के साथ लखनऊ मे रहता ता।जाकिर हाथ का कारीगर था।वह निसन्तान था।काफी इलाज कराने के बाद भी उसकी पत्नी मा नही बनी थी।तब नाते रिश्तेदारों ने उससे दूसरा निकाह करने की सलाह दी थी। उनके धर्म मे बीबी के बच्चा न होने पर दूसरी शादी की प्रथा है।लेकिन वह अपनी बीबी से बहुत प्यार करता था।उसने दूसरा निकाह नही किया था।दोनों मिया बीबी मस्त थे।जाकिर एक दिन देर से काम से लौट रहा था।उसे बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी थी।सुनसान