Devil se Mohhabat - 26

मैं तुम्हारी बहन को बिल्कुल भी चोट नहीं पहुंचाउगा,,,,,,,,लेकिन ; गलती से भी मेरी बहन को ;कोई खरोच आई तो,,,,,सोर में तुम्हारी जान ले लूंगा,,,,,,और एक पल भी नहीं सोचूंगा ,,,,,,,,की तू कभी मेरा दोस्त था,,,,,,,यह कह विराट गुस्से से वहां से चला जाता हैविराज के जाते ही अनिरुद्ध ,,,,,एकदम से किसी को फोन लगा देता है ,,,,,और फिर अपने कठोर कर कर आवाज में,,,,,कैसी है जिसे सुन वह बॉडीगार्ड ,,,,,,आई डोंट नो मुझे नहीं पता ,,,,,आपने सिर्फ उसे अस्पताल तक पहुंचाने को कहा था,,,बाकी का उसने इतना ही कहा था ,,,,कि अनिरुद्ध गुस्से से चिखते हुए,,,,,,,शट अप तुझे जितना