शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल - पार्ट 18

"शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल"( पार्ट -१८)संतान जब बड़े हो जाते है तब माता पिता को अपना मित्र मानना चाहिए । कभी कभी संतान भी अच्छे सुझाव देते हैं।और अच्छी सोच का आदर करना चाहिए।-----------शुभम अपनी बेटी प्रांजल के साथ फोन पर बातचीत करते हैं। प्रांजल बताती है कि उसकी एक सहेली के साथ वह घर पर आ रही है।अब आगे...डॉक्टर शुभम:- "ठीक है बेटा, तुम उसे हमारे घर ले आओ। लेकिन उसका नाम दिव्या कल्याणम है! मुझे थोड़ा सा अजीब लगा। क्या यह कल्याणम उसका उपनाम है? दिव्या अच्छा नाम है।"प्रांजल:- "पिताजी, उसका नाम दिव्या कल्याणम है।