मोमल : डायरी की गहराई - 22

दोपहर का समय था लेकिन फिर भी अब्राहम और मोमल  को दिन में भी फादर की दी हुई मोमबत्तियां जलानी पड़ रही थी। फादर ने पांच मोमबत्तियां दी थी बहुत एहतियात और बचा बचा कर जलाने के बावजूद भी तीन जल चुके थे अब बस दो ही बचे हैं। अब्राहम अपने कमरे में व्हील चेयर पर बैठे कुछ काग़ज़ात देख रहा था और वोही सामने टेबल पर तीन-चार मोटी मोटी किताबें रखी हुई थी। मोमल उसके बगल में खड़ी हो कर उन काग़ज़ात पर झांकते हुए बोली :" यह सब क्या है? आज छुट्टी का दिन है फिर भी आप काम कर