वाजिद हुसैन सिद्दीक़ी की कहानी नेहा चित्रकार थी। ... वह झील सी गहरी आंखों वाली सुंदर लड़की थी। उसकी छोटी बहन शिवी अच्छे नाक- नक्षे की बिंदास लड़की थी। शिवी उलझन में थी। कभी चीज़ें उलटती-पुलटती तो कभी दरवाज़ा खोल कर अंदर झांकती। साफ दिख रहा था कि वह कुछ कहना चाहती है, पर दीदी के आगे हिम्मत नहीं जुटा पा रही। अंत में शिवी सीधे दीदी के सामने आकर बोली, 'जानती हो संजीव ने मुझे क्या बताया?' 'होगी कोई ऐसी ही बात, जिनका आजकल ट्रेंड चल गया है...।' नेहा ने कहा। 'दीदी, कमेंट ही