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उमेश,रानी के साथ स्टेशन से बाहर आया था।टेक्सी करते हुए बोलाकोई मिडिल क्लास होटल ले चलोऔर रानी,उमेश के साथ टैक्सी में बैठ गयी थी।मुम्बई की सड़कों पर टेक्सी दौड़ने लगी।सड़को पर गाड़ियों का हुजूम।भागते लोग।वह तो घर से ही पहली बार निकली थी।वो भी पहली बार आयी तो एक महानगर में।जो केवल महानगर नही था।देश की आर्थिक राजधानी के साथ।फ़िल्म निर्माण का भी केंद्र था।बॉलीवुड जिसकी अपनी अहमियत थी।रानी जब स्कूल जा ती थी।तब तो सहलियेओ से बात हॉटई रहीती थी।पर जब से ममी ने स्कूल बंद करआया।वह को कोआप मण्डूक बनकर रह गयी थी।रूम चाहिए"उमेश ने काउंटर पर जाकर