किसी दूर के गाँव में एक छोटा सा लड़का रहता था, जिसका नाम अर्जुन था। वह केवल 12 साल का था, लेकिन उसके मन में अदम्य साहस और जिज्ञासा भरी हुई थी। गाँव के सभी लोग उसे बहुत प्यार करते थे क्योंकि वह न केवल समझदार था बल्कि दूसरों की मदद करने में हमेशा आगे रहता था। उसकी माँ उसे कहानियाँ सुनाया करती थीं, जिनमें राजाओं, योद्धाओं, और वीर लड़कों की कहानियाँ होती थीं। इन कहानियों ने अर्जुन के मन में एक वीर योद्धा बनने की इच्छा जगा दी थी।गाँव शांत और सरल था। वहाँ न तो बड़े-बड़े शहरों जैसा