नक़ल या अक्ल - 69

69 बहू कहाँ है?     डॉक्टर ने किशोर और राधा के माँ-बापू का मायूस का चेहरा देखा वह बोले,   ऐसे घबराने से कुछ  नहीं होगा, हम भी कोशिश  करेंगे, आप भी करिए। अपने  गॉंव  जाए, लोगों  से बात करें, क्या पता कोई  राजी  हो जाए। यह सुनकर वे  लोग डॉक्टर  के केबिन से निकले और बाहर  बिछे बेंच पर आकर बैठ गए। तभी पार्वती  बोली,   “सुनो !! जी मैं तो कहती हूँ कि आप और दामाद जी गॉंव जाए, मैं राधा के पास रुकती हूँ।“ किशोर भी उसकी बात से सहमत हो गया और बृजमोहन के साथ