62 कोचिंग मधु उस पर चिल्लाकर बोली, हरीश क्या कर रहे हो? हरीश ने गुस्से में दाँत भींचते हुए कहा, क्या बात है, जब भी बुलाता हूँ कोई न कोई बहन बना देती है। डॉक्टर ने मुझे चलने फिरने के मना किया है, उसने दबी आवाज में कहा तो उसने उसे छोड़ दिया और बालों में हाथ फेरते हुए बोला, यह ड्रामा कब तक चलेगा? जब अगली बार डॉक्टर के जाऊँगी, तब जाकर पता चलेंगा। उसने बीज उठाए और वहाँ से चला गया। मधु ने चैन की सांस लीं । “उषा सही कहती है, मुझे