बेखबर इश्क! - भाग 19

अपने केबिन में इधर से उधर टहलते हुए उसे आधा घंटा ही बीता होगा कि उसी पल केबिन का दरवाजा खुल,बाहर से विवेक ने अपना सिर अंदर घुसाया और इशांक की ओर मुस्कुराते हुए देख बोला......"एक आइडिया तो है,अगर गुस्सा ना हो तो बताऊं!"उसके सवाल पर जवाब देने के बजाए इशांक ने उसे घूरा उसी पल हर्षित ने भी अपना सिर अंदर की ओर धकेला और बोला....."क्यों ना आप मिस कनीषा के साथ मिल कर उन्हे एक साल की दुल्हन बनाने के लिए मना ले,मेरा मतलब है....यही एक रास्ता है,इसके अलावा कोई और रास्ता नही है,ऊपर से वक्त भी कम