कामुक प्रेतनी - (ट्रेलर+प्रोमो)

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तेज तूफानी रात में किशनपुर के जंगल से सटा डाक बंगला मॉमबत्तियों की रोशनी से जगमगा रहा था, बाहर बिजली की तेज गड़गड़ाहट और प्रकाश में अमावस की रात के अंधेरे में लुप्त प्रायः कभी-कभी तेज गिरती पानी की बूँदो के बिखराव से उत्पन्न धुंध में आसपास के दैत्याकार वृक्ष भीगते हुए दीप्तिमान हो जाते। पेड़ों की पत्तियों पर गिरतीं बरसात की बूंदें तथा बरसाती कीड़े अकर्ण प्रिय मिश्रित ध्वनि उत्पन्न कर रहे थे। इसी शोरगुल में, डाक बंगले का एक कमरा तेज हवा के थपेड़ों की वजह से बेतहाशा लहराते पर्दों और बंद पड़ीं खिड़कियों के टकराने की आवाज के