भय का कहर.. - भाग 4

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भय का गह्वर (एक अंतिम रहस्य)गांव में आदित्य के साहसिक कार्य के बाद, लोग मानने लगे थे कि हवेली के अभिशाप का अंत हो चुका है। हवेली को फिर से सील कर दिया गया और गांववालों ने राहत की सांस ली। लेकिन इस शांति का एक गहरा रहस्य छिपा था, जिसे बहुत कम लोग समझ सके थे।कुछ महीनों बाद, गांव में एक नया पुजारी आया, जिसका नाम था महंत नारायण। वह एक गहन अध्येता था और अपने पूर्वजों से विरासत में मिले कई रहस्यमयी ग्रंथों का ज्ञाता था। गांव में पहुंचने के कुछ ही दिनों बाद, नारायण ने हवेली की