इस भाग को समझने के लिए इसके पहले से प्रकाशित सभी भाग अवश्य पढ़ें .........................राजकुमार सागरिका के बताए अनुसार जलाशय के पूर्व दिशा की ओर चल पड़ा । डंकिनी जिसका शरीर बिच्छू के आकार का बना हुया था और उसके शरीर मे इतना जहर था कि उसे छूने मात्र से किसी के प्राण निकल सकते थे । राजकुमार पूर्व दिशा की ओर बढ़ता चला जा रहा था । तभी राजकुमार को एक जंगल नजर आने लगा । राजकुमार मन मे सोचा शायद यही डंकिनी का जंगल है जो इस जंगल के बीचों बीच निवास करती है ।राजकुमार सतर्क हो गया ।