सब कुछ पता होने के बावजूद मोहनलाल चिंतित थे, क्योंकि पत्र पढ़ने से पहले उन्होंने वह किताब पढ़ी थी जो नागराज ने उन्हें दी थी। उस किताब के अंदर इच्छाधारी नागों के बहुत से रहस्य भी लिखे हुए थे। इसमें लिखा हुआ था कि मणि के आने पर इंसान के पास शक्तियाँ ही नहीं, बल्कि बहुत सारे खतरे भी साथ आते हैं। जिस इंसान के पास मणि होती है, उसे इन सभी खतरों को अपनी मेहनत और सूझ-बूझ के साथ लड़ना होता है। अगर वह ऐसा करने में असफल होते हैं, तो आगे चलकर वह बहुत बड़ी मुसीबत में पड़