जो अखबारो मे नहीं छपता

( अखबारों मे जो कहानियाँ नहीं छपती )कैमरे में बंद अपाहिज करुणा के मुखौटे में छिपी क्रूरताकैमरे में बंद अपाहिज करुणा के मुखौटे में छिपी क्रूरता,विचार कीजिए, जीवन की यह अद्वितीय रूपरेखा।जब उसकी अपंगता को दर्शाया जाता है,उसके दिल की दरारें बढ़ जाती हैं।यह पंक्तियाँ समाज की उन सच्चाइयों को उजागर करती हैं जो अक्सर अनदेखी रह जाती हैं। आइए इस पर विस्तार से चर्चा करें:कैमरे में बंद अपाहिज करुणा के मुखौटे में छिपी क्रूरतापरिचयसमाज में कई बार हम उन कहानियों को अनदेखा कर देते हैं जो अखबारों में नहीं छपतीं। ये कहानियाँ अक्सर उन लोगों की होती हैं जो