हीर... - 29

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"ज़रा सी दिल में दे जगह तू, जरा सा अपना ले बना.. मैं चाहूं तुझको मेरी जां बेपनाह!! फ़िदा हूं तुझपे.. मेरी जां बेपनाह!!".. अपनी कार के ठीक सामने आकर खड़ी हुयी सफेद रंग की स्कॉर्पियो में बज रहे इस गाने को सुनकर अंकिता के चेहरे का सारा रंग उड़ गया था और उसके दिमाग में बस यही बात घूमे जा रही थी कि "र.. राजीव आ गया!!" और यही बात उसके मन में इस कदर घबराहट पैदा कर रही थी कि उसे समझ में ही नहीं आ रहा था कि अब वो करे.. तो करे क्या!!इस गाने का राजीव