बेखबर इश्क! - भाग 12

"अच्छा,तो तुम मुझे पागल समझते हो,अच्छे से जानती हूं तुम जैसे अमीर खानदान के बिगड़ैल लड़को को,मौका मिलते ही एडवांटेज लेने लगते हो,.... चिल्लाते हुए कनिषा ने इशांक की ओर अपनी तर्जनी उंगली दिखाई और फिर संछिप्त बोली....."इसके लिए माफी मांगो मुझसे!!""किस बात की?".... इशांक अकड़ने भी अकड़ते हुए पूछा।।"तुमने मुझे टच किया था,इस बात की माफ़ी!"....कहते हुए कनिषा ने अपनी आंखे गुरेड़ी।।दूसरी ओर इशांक ने उसे चोट लगने से बचाया था,साथ ही उसने उसके चेहरे को बर्बाद होने से भी रोका था,इन सब के लिए शुक्रिया कहना छोड़, कनिषा उल्टा उससे माफ़ी मंगवाने की कोशिश कर रही थी,ऐसे में