रात का समय, नेशनल हाईवे, सिद्धांत ने अपने सिर पर हाथ रख कर कहा, " ओ भाई साहब, हो गया बंटाधार ! " निशा ने कहा, " कुछ कहा तुमने ! " सिद्धांत ने कहा, " नहीं, नहीं, मैम ! कृपया अब आप जल्दी से अंदर जाइए । " निशा बाइक से उतर गई । गेट खुला तो उसने अंदर जाते हुए कहा, " ओ के, बाय ! " फिर उसने पलट कर सिद्धांत से कहा, " एंड, थैंक यू हैंडसम ! " सिद्धांत ने अपने हाथ जोड़ लिये तो निशा खिलखिला कर हंस पड़ी और अंदर चली गई