वीर के हाथ से फ़ोन गिरने के बाद यदि रेवती उन दोनों की बातें सुनकर गुस्से में आग बबूला हो रही थीं तो वहीं अपनी बेटी के लिए घबरा भी रही थीं। वह सोच रही थीं कि यदि हवेली में किसी को भी अनन्या की साज़िश का पता चल गया तो वह उसे छोड़ेंगे नहीं। यही सब सोचते हुए रेवती ने वीर से कहा, "वीर जल्दी से अनन्या को फ़ोन लगा, मेरा मन बहुत घबरा रहा है। तुम दोनों के दिमाग़ को लालच की दीमक ने शायद खोखला कर दिया है। इसीलिए तुमने यह कितनी बड़ी साज़िश रच दी। इतने