राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा - 12

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मैं रामदूत हनुमान हनुमान का इस तरह विभीषण जो रावण का भाई था से परिचय हुआ था।बातों ही बातों में हनुमान को पता चला कि रावण ने सीता को अशोक वाटिका मे कैद करके रखा हुआ है अशोक वाटिका के चारो तरफ परकोटा है इसकी रक्षा राक्षस करते हैं।विभीषण से मुलाकात के बाद हनुमान ने विदा ली।अशोक वाटिका में जाने के लिए हनुमान ने मुख्यद्वार का सहारा नही लिया।सुरक्षा को चकमा देकर हनुमान ने परकोटे को लांघ कर अशोक वाटिका में प्रवेश किया था।और एक पेड़ पर छिप कर बैठ गए थे।जिस समय हनुमानजी एक घने पेड़ के ऊपर छिप