हीर... - 28

जब किसी का इंतज़ार बड़ी बेसब्री से किया जाता है ना तब.. अचानक से उसके सामने आ जाने पर कुछ पल के लिये तो सच में ये समझ ही नहीं आता कि क्या रियेक्ट करें या क्या कहें.. कुछ ऐसा ही हाल इस समय मधु का हो गया था, पूरी रात के लंबे इंतजार के बाद राजीव को अपनी आंखों से अपने सामने बैठा देख मधु  थोड़ी देर तक तो उसे ऐसे देखती रह गयीं जैसे उन्हें यकीन ही ना हो रहा हो कि उनका राजीव उनके सामने आ चुका है, अचानक से खुली नींद की गफलत में उन्हें कुछ