प्रकरण - ५४मुझे एवॉर्ड मिलने की खुशी में मेरे परिवारने मुझे एक सर्प्राइज पार्टी दी थी। हम सभी उस सरप्राइज़ पार्टी का आनंद ले रहे थे तभी मेरे घर के दरवाजे की घंटी बजी। घंटी बजते ही फातिमा दरवाज़ा खोलने गई। उसने दरवाजा खोला।दरवाजे पर समीर, समीर की मम्मी और ममतादेवी तीनों एकसाथ खड़े थे। फातिमा इन तीनो लोगों को हमारे घर के दरवाजे पर एक साथ खड़ा देखकर खुश हो गई। उन्होंने तीनों का स्वागत किया।मैंने पूछा, "फातिमा! कौन आया है?"मेरा सवाल सुनकर फातिमाने मुझसे कहा, "रोशन! तुम्हें अंदाजा लगाना होगा कि वह कौन हो सकता है?"मैंने अनुमान लगाने