एक रियासत के राजा बड़े ही धार्मिक, अपनी प्रजा का ध्यान रखने वाले,बस राजा ये सोचा करते थे अपनी रियासत को कैसे बड़ा करूँ,मेरी प्रजा हमेशा ख़ुशी रहें.उस रियासत में एक सभ्य नौजवान रहता था,हमेशा ये ही सोचा करता था अगर हमारी रियासत पर किसी ने हमला कर दिया,सब कुछ ख़त्म हो जाएगा. ऐसा हुआ भी,युद्ध शुरू हो गया,नौजवान से रहा नहीं गया,चल दिया अपने राजा से मिलने के लिये,बड़ी मुश्किल से राजा से मिला,नौजवान ने राजा से बात की,जो आनंद ख़ुशी में रहने में हैं वो सुख कही और नहीं,आख़िर हम लोग किस लिये लड़े, अगर आप आज्ञा दें दूसरी