कुछ देर बाद संयम की गाड़ी विला के बाहर आकर रूकी । संयम ने खींचकर शिविका को बाहर निकाला और अंदर चल दिया । शिविका ने दुसरे हाथ से उसकी बाजू को कसकर पकड़ लिया और लगभग गिरते पड़ते हुए उसके पीछे चल दी ।अंदर एंटर करके संयम लेफ्ट को मुड़ गया और एक दरवाजा अनलॉक करके अंदर चला गया ।अंदर जाकर उसने शिविका को झटके से छोड़ दिया । कमरा अंधेरा सा था बस लाल रंग की रोशनी अंदर फैली हुई थी और उसी की रोशनी में कमरा दिखाई दे रहा था । और इलेक्ट्रिकल और लोहे का बोहोत