सुबह सुबह रसोई से पराठों की खुशबू आ रही है और दीवाकर जी मंदिर में गायत्री मंत्र का पाठ कर रहे हैं। मगर सुमित्रा जी के पराठों की महक उनके नाक में घर करने लगी...... तभी पायल चिल्लाते हुए सीढ़ियों से उतरी और कहने लगी – “मम्मी.......जल्दी करो लेट हो रहा है.....कल भी बस छूट गई" पायल की आवाज के साथ ही सुमित्रा जी ने तवे पर पराठा रखा और गैस तेज कर टिफिन ढूँढने लगी......पीछे से गोलू जो की पायल का छोटा भाई और इस मोहल्ले का टीपू सुल्तान, छुपके से तैयार पराठों पर आक्रमण कर दिया। पायल की