55 थप्पड़ अब नन्हें ने उस शख्स को देखकर ख़ुश होकर कहा, कमलेश तू? और फिर दोनों गले मिल गए, फिर कमलेश ने नंदन को भी गले लगा लिया। तू तो गायब ही हो गया था। हाँ नन्हें, बस काम में बिजी हो गया था । तू इंस्पेक्टर लग गया? नंदन ने पूछा। मैं तुम लोगों से दो साल सीनियर था, लगना तो था ही। “बधाई हो, भाई ।“ अब दोनों ने उसे फिर गले लगा लिया । चल बैठते है । कमलेश ने कहा । घर चल तेरी खातिरदारी