और वहीं दूसरी तरफ अंजलि ,,,,,दाई मां की तरफ देखते हुए,,,,,यह आंटी मुझे इतना सजा क्यों रही है ,, ,अब तो मेरी शादी भी हो गई ना,,,,,मैंने रील में देखा है ,,,,,,,की यह तब ऐसे सजाया जाता है,,,,,,,जब उनकी शादी होती है ,,,, और फिर अपने बालों में लगे उसे गजरे को देखते हुए , और यह गचरा इसमें खुशबू तो अच्छी है ,,,,,,,पर ये इतना क्यों सजा रही है ,,,,,,मुझे आप तो मेरी उसे डेविल से शादी हो चुकी है,,,,,,क्या मैं बार-बार ,,, उससे शादी करती रहो,,,,,की तभी दायमा अंजलि का घूंघट निकाल देते हैं,,,,,,जिसे महसूस कर अंजलि,,,,,यह