जून में अचानक पुणे जाना पड़ा।वहाँ पर अपने साले के घर पर रुका था।उसका फ्लेट लोहे गांव में है।एक दिन वह बोला गणेश मंदिर चलते हैं।कौनसेदगड़ू सेठऔऱ टेक्सी बुक कर ली थी।वहां से करीब एक घण्टे का रास्ता था।हम सात लोग गए थे।महाराष्ट्र में गणेशजी की विनायक नाम से पूजा होती है।यहां पर गणेश के बहुत प्राची न मन्दिर है।पूरे महाराष्ट्र में गणेशोत्सव बहुत ही धूमधाम से औऱ भव्य रुप मे मनाया जाता है।पुणे बहुत ही प्रशिद्ध और प्राचीन शहर है।यह महाराज शिवाजी की राजधानी भी रहा है।पुणे में गणेशजी के आठ मन्दिर सौ किलोमीटर के दायरे में है।जिन्हें अष्टविनायक