तमस ज्योति - 34

प्रकरण - ३४फातिमा और मैं अब जब हम अपने घर के लिविंग रूम में अकेले थे तो फातिमा को मुझसे बात करने का सही मौका मिल गया। फातिमाने कहा की वह काफी समय से इस मौके का इंतजार कर रही थी। वो बोली, "रोशन! मैं काफी समय से तुमसे कुछ कहना चाहती थी, लेकिन शब्द बार-बार मेरे होठों पर आकर फिर रुक जाते थे। लेकिन आज मैं अब वो शब्द बोलना चाहती हूं।"फातिमा की यह बात सुनकर मैंने फातिमा से पूछा, "बताओ? फातिमा! तुम मुझसे क्या कहना चाहती हो?"फातिमा बोली, "मैंने हमेशा तुम्हारे चेहरे पर यह देखा है कि तुम