गाली देने वाली लड़की - भाग 2

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अब अद्वय दिन में ऑफिस जाता तो दीवा नाइट शिफ्ट में। अब दोनों का वीकली ऑफ भी अलग-अलग दिन था। लेकिन ऐसा चूहे-बिल्ली का खेल कब तक चल सकता है? दीवा अक्सर सोचती कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि उसकी मैरिड लाइफ को एक महीने की खुशी भी नसीब नहीं हो सकी।एक रात वह नाइट शिफ्ट में इसी उधेड़बुन में थी कि उसके मैनेजर ने उसे एक घंटे की डेडलाइन में एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट देने को कहा। वह सर-सर करती रह गई लेकिन बॉस अपने केबिन में लॉक हो चुका था। एक गंदी गाली बुदबुदाकर उसने अपने गृहस्थी के ख्यालों