बंधन (एक मर्यादा) - 4

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जय श्री कृष्णा ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने,प्रणतः क्लेश नाशाय गोविंदाय नमो नमः।हे फैमिली कैसे है सब ? आशा है की आप सब ठीक होंगे और आपका परिवार भी खुश और स्वस्थ होगा। आप सब से रिक्वेस्ट है की कहानी को ज्यादा से ज्यादा प्यार दे, लाइक कर और ढेर सारा कॉमेंट करे लव यू ऑल ️अब बिना देर के चलते है कहानी के ओर..... दिल्ली ( गुड़गांव ) Bhargav's corporateकरण, राजवीर को ऐसे खोया हुआ देखता है तो उसके चेहरे के सामने हाथ हिलाते हुए बोलता है।करण ( राजवीर के सामने हाथ हिलाते हुए ) " ओ भाई कहां खो गया ?" अज्ञेय