रात के करीब ग्यारह बज चुके थे और जहां एक तरफ़ दिल्ली में राजीव के सामने हाथ जोड़कर बैठी चारू उसे किसी भी तरह से नॉर्मल करने की कोशिश कर रही थी वहीं दूसरी तरफ़ भुवनेश्वर में अजीत के साथ रेस्टोरेंट में डिनर करने के बाद अंकिता और निर्मला दोनों वापस घर आ चुके थे... घर आने के बाद अंकिता के कमरे में उसके बिस्तर पर बैठीं निर्मला ने उससे धीरे से कहा- अजीत अच्छा लड़का है, बातचीत में भी अच्छा है और देखने में भी बहुत हैंडसम है और गोरा भी है!! ड्रेसिंग टेबल के सामने बैठकर अपने कानों के बुंदे