,कमल ओर जोत अभी भी इक दूसरे से चिपके हुए थे।कमल के साथ जोत का पूरा जोबन और भी खिल चुका था। जोत का गोरा गोरा बदन और भी ज्यादा मीठी मीठी खुशबू खिलार रहा था। कमल ने भी नसे की हालत में जोत के प्यार का पूरा आनंद लिया था। कभी जोत को लेटा कर कबी खड़ी करके और कभी उसको अपने ऊपर बिठा कर । जोत ने कमल को जोर से अपनी बाहों में भर लिया। जोत का गोरा गोरा और गर्म गर्म बदन जैसे ही कमल के जिस्म से लगा कमल को अंदर तक गर्मी महसूस होने लगी।जोत