और वही अंजलि मंदिर देखा,,,,तो जैसे सदमे में चली गई है ,,,क्योंकि उसे पता नहीं क्यों ,,,,एक अजीब डर लग रहा था,,,,,उसे नहीं पता कि विराज उसे यहां क्यों लाया है ,,,,,,लेकिन फिर भी उसे इस वक्त ने एक्टिविटी फील हो रही थी ,,,,,क्योंकि अंजलि एक क्रिश्चियन है ,,,,,इसलिए उसे इन सब की ज्यादा पता नहीं था,,, और वही विराज अंजलि को खींचते हुए,,,,मंदिर में ले जा उसे मंडल पर बैठता है ,,,,,और वही अंजली एक तक ,,,,बस हवन कुंड को देखी जा रहे थे ,,,,,और फिर अचानक से ही विराज की तरफ देख ,,,,यह सब क्या है,,,,,,यह कह ,,,,,अंजलि एक