अब आगे,अर्जुन की बात सुन कर, समीर ने थोड़ा परेशान होते हुए उस से कहता है, " यार, तू समझ क्यू नही रहा है...!" समीर अपनी बात पूरी कर पता अर्जुन उस को रोकते हुए खुद बीच में बोलने लगता है, " मुझे तुम्हारी कोई भी बात समझने की जरूरत नही है और तुम मेरी एक बात कान खोल कर सुन लो कि ये मेरा मैटर है तुम्हे इस मे ना तो कुछ बोलने की इजाजत है और और न ही कुछ करने की और साथ में जितना भी हो सके तुम इस मैटर और मेरी आराध्या से दूर ही रहोगे...!" अपनी बात कहकर