निकी चिड़िया अपने घोंसले में लौटी तो बहुत खुश थी। उसे कहीं से लाल, हरे, पीले और नीले रंग के ऊन के टुकड़े मिले थे। उसने उन टुकड़ों को आपस में गूंथकर एक बहुत सुंदर राखी तैयार की। यह राखी उसके मुंहबोले भाई राजा कबूतर के हाथ पर कितनी सुंदर लगेगी, मन ही मन निकी बहुत खुश थी। तभी सामने के पेड़ से सुरीली कोयल ने आवाज लगाई, 'निकी क्या बात है, बहुत खुश लग रही हो?''देखो मैंने राजा के लिए राखी बनाई है' निकी ने उसे राखी दिखाते हुए कहा। 'अरे वाह, यह तो बहुत सुंदर है, लेकिन तुम