जिससे अंजलि एक के झटके में,,,उसकी नींद खुल जाती है ,,,,,और अपने सामने विराज को देखा ,,,,,उसकी आंखें बड़ी हो जाती है ,,,,,खासकर अपने होंठ पर,,,विराज के हाथों की छुवन महसूस करे,,,,, उसकी सासे बहुत तेज चलने लगती है,,,,,,और आंखों में एक अजीब सा दर्द सामान्य लगता है ,,,, जिससे वह हल्का करते हुए,,,तु तुम य यहां क्क्या कर रहे हैं ,, की तभी विराज बड़ी सुकून की नींद सोया जा रहा था ,,,,,शायद अब तुम्हारे अंदर से,,,,मेरा दर चला गया है ,,,,,या फिर तुम भूल गई हो ,,,,,कि यहां पर तुम किस लिए लाई गई हो,,,,क्या हुआ तुम्हें याद नहीं