रावी की लहरें - भाग 10

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रमिया   इस बार हम लोगों ने राष्ट्रीय सेवा योजना का शिविर रतनपुरा गाँव में लगाने का फैसला किया था। रतनपुरा शहर से दस किलोमीटर दूर एक पिछड़ा हुआ गाँव है । गाँव में अनपढ़ लोगों की तादाद ज्यादा है।  बस सुबह ही लड़कों को यहां छोड़ गई थी। मैं और शर्मा जी बाद में आये थे। हम लोगों को दस दिन तक लड़कों के साथ ही रहना था। आज शिविर का पहला दिन था। दिन भर लड़के काम में लगे रहे थे, इसलिए खाना खाने के बाद सब जल्दी ही सो गए थे।  रात के ग्यारह बज रहे थे।