नक़ल या अक्ल - 44

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44 खुश   बिरजू अपने सामने अपने बापू गिरधारी को देखकर चक्कर खाकर गिर गया, गिरते समय उसके मुँह से निकला, “बापू!!!” उसके बापू ने उसके मुँह पर एक ज़ोरदार चाटा मारा और उसके हाथ से पैकेट छीन लिया। फिर गिरधारी के कहने पर उसके नौकर जुनैद को उसके घर छोड़ आए और बाकी नौकरों ने  बिरजू को उठाकर आँगन में लिटा दिया और गिरधारी ने डंडे से उसे मारना शुरू कर दिया, नशे में  बिरजू की चीखें भी सिर्फ उतनी निकली, जितनी उसके घरवाले सुन सकें। राजवीर अपने भाई बिरजू से लिपट गया तो वहीं सुधीर ने बापू का