मोबाइक-स्कूटर संवाद यशवन्त कोठारी एक दुपहिया वाहन स्टेण्ड पर एक नई चमचमाती मोटर साईकिल व एक पुराना खड़खड़िया स्कूटर पास-पास खड़े थे। दोनांे मंे संवाद हुआ। प्रस्तुत है संवाद के महत्वपूर्ण अंश। मोबाइक - कहो स्कूटर जी कैसे हो ? तुम्हारे साहब कैसे है। अब तुम्हारा जमाना गया। बु़ढ़ा गये हो। किसी कबाड़ी की सेवाएं लो। स्कूटर - इतना मत इतरा मोबाइक जवानी हम पर भी आई थी, मगर हमने मेहनत की खाई थी और इसी कारण इस प्रोढ़वय मंे ही अंजर-पंजर ढीले हो गये है। तुम तो सौलह श्रृंगार करके चलती हो। मोबाइक -