अलक्षितप्रेम

  • 1.7k
  • 654

प्रस्तावना प्रयागराज, जहां गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों का संगम होता है, वहां के घाट पर प्रेम की अनगिनत कहानियाँ बसी हुई हैं। यहाँ का गंगा घाट न केवल धार्मिक बल्कि प्रेम की पवित्रता का भी प्रतीक है। यह कहानी है शिव और शिवांगी की, जिनके प्रेम ने इस घाट की पवित्र धारा में अमरता पाई।   पहली मुलाकात शिव और शिवांगी की कहानी की शुरुआत प्रयागराज के एक छोटे से कॉलेज से हुई थी। शिव एक उत्साही और हंसमुख इंजीनियरिंग का छात्र था, जो अपनी पढ़ाई के साथ-साथ दोस्तों के साथ समय बिताना पसंद करता था। दूसरी ओर,