रात का समय, सिद्धांत का घर, लक्ष्मी की बातें सुन कर सिद्धांत ने चिढ़ कर कहा, " दीदी, चाहती क्या हैं आप ! " मिसेज माथुर ने बात संभालते हुए सिद्धांत से कहा, " कुछ नहीं, तुम जाओ, सो जाओ । " उनकी बात मान कर सिद्धांत ने आगे कुछ नहीं कहा । उसने चुपचाप जाकर हाथ धुला और रूम में चला गया । उसके जाने के बाद मिसेज माथुर ने लक्ष्मी को डांटते हुए कहा, " भोलू, क्यों परेशान करती हो उसे ? " लक्ष्मी ने कहा, " हम तो बस ये सोचते हैं कि उसके होठों पर थोड़ी