सन्यासी -- भाग - 18

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अब जयन्त ने सुमेर सिंह को सबक सिखाने का सोच ही लिया था और फिर वो उसके बारें में तहकीकात करने लगा,बहुत जगह पूछताछ के बाद पता चला कि सुमेर सिंह ने लखनलाल से बदला लेने के लिए वो घिनौना काम किया था,उसके लठैतों ने ही बेचारी निर्बोध फागुनी को उस दिन उसकी झोपड़ी से उठाया था,उसके बाद सुमेर सिंह ने एक मोटी रकम लेकर एक सेठ के पास फागुनी को भेज दिया था,फिर सेठ ने फागुनी की अस्मत के साथ खिलवाड़ किया,इसके बाद सुमेर सिंह के लठैतों ने फागुनी का खून करके उसे झाड़ियों में फेंक दिया था,जब जयन्त