बदली ने अभय को सॉरी कहा तो अभय मुस्कुराकर बोला ..बदली ! तुम्हारा शकिया दिमाग किसी दिन जीव का जंजाल बन जायेगा । तुम्हारी शादी होजाने पर तो तुम्हारे हसबैंड की वाट लग जायेगी । बदली ने अभय को देखा और अपनी दोनो मुट्ठी बांधकर उसके सीने पर हल्का प्रहार किया .. जीजू आप भी बात कहां से कहां लेजाते हो । केतकी ने बदली का पक्ष लेते हुए कहा आप इसके पीछे क्यों पड़े हो ? आप मर्द भी शकिया कम नही होते । अभय ने कहा चलो चलो स्टेशन आगया.. बदली ने मौका देखकर अभय की कमर पर