अर्धांगिनी-अपरिभाषित प्रेम... - एपिसोड 37

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जतिन और मैत्री की शादी वाला बहुप्रतीक्षित दिन आखिरकार आ ही गया था, बारात जतिन के निवास स्थान साकेत नगर कानपुर से निकल चुकी थी... जहां एक तरफ जतिन अपनी कार मे अपनी गर्भवती बहन ज्योति, सागर, अपनी मम्मी बबिता और मौसी के साथ था वहीं दूसरी तरफ उसके सारे रिश्तेदार जिनमें जतिन के पापा, मामा, मामी, बुआ, फूफा, मौसा, मौसी और इन सबके बच्चे ... मेरठ मे रहने वाले उसके चाचा चाची और लोकल मे रहने वाले उसकी और उसके परिवार की जान पहचान वाले संबंधी सारे लोग एक लग्जरी एसी बस मे बैठकर लखनऊ के लिये रवाना हो