किशना ने वहाँ उपस्थित लोगों के सामने अपनी बेगुनाही साबित करनी चाही,लेकिन किसी ने उसकी एक ना सुनी,वो चीखता रहा चिल्लाता रहा कि मैंने ठाकुर साहब का खून नहीं किया है लेकिन किसी ने उसकी कही बात पर ध्यान ही नहीं दिया और फिर पुलिस आई और उसे गिरफ्तार करके अपने साथ लिवा ले गई.... किशना के गिरफ्तार हो जाने पर ब्रुन्धा ने अपनी माँ गोदावरी से पूछा कि...." बाबा को वो लोग अपने साथ क्यों ले गए हैं"तब गोदावरी ने उससे कहा..."तेरे बाबा को वो लोग कोई जरूरी काम करवाने के लिए ले गए हैं" और भला गोदावरी ब्रुन्धा