अब आगे, रूही की सौतेली बहन रीना और मां कुसुम कांच के गिलास के टुकड़े उठा ही रही होती हैं कि रीना के हाथ में कांच का एक छोटा सा टुकड़ा चुभ जाता हैं जिस पर वो रोने लगती हैं वही उस की सगी मां कुसुम उस को उठा कर उस के कमरे में ले जाती हैं और रीना को उस के बेड पर बैठ देती है..!रीना अपनी सगी मां कुसुम से रोते हुए कहती है, " आज रूही की वजह से जो कुछ भी मेरे साथ हुआ है ना उस की सजा तो उस को मिलकर ही रहेगी, चाहे