जय श्री कृष्णा ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने,प्रणतः क्लेश नाशाय गोविंदाय नमो नमः।आशा है की आप सब को मेरा ये प्रयास पसंद आ रहा होगा। आप सब से अनुरोध है की कहानी को अधिक से अधिक प्रेम दे, और अपने विचारों की टिप्पणी करे, आपकी टिप्पणी मेरे लेखन में अत्यंत सहायता प्रदान करती है। आप सब को मेरा झोला भर कर प्रेम ️अब बिना देरी किए चलते है कहानी के ओर..... अगली सुबह बनारस ( गंगा घाट )कश्यप हाउस,अंदर से अंबर की आवाज आ रही थी जो भूमि को शांत करने की कोशिश कर रही थी।अंबर ( भूमि को पुचकारते