जय श्री कृष्णा ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने,प्रणतः क्लेश नाशाय गोविंदाय नमो नमः।आशा है की आपको मेरा प्रयास पसंद आ रहा होगा। आप सबसे अनुरोध है की कहानी को अधिक से अधिक प्रेम प्रदान करे, और अपने विचारों की टिप्पणी दे, आपकी टिप्पणी मुझे कहानी लिखने में अत्यंत सहायता प्रदान करती है। आप सबको मेरा झोला भर कर प्रेम ️अब बिना देरी किए चलते है कहानी के ओर.... मुंबई ( पाठक मैंशन ) रिवाज की गाड़ी पाठक मैंशन के अंदर आ कर रुकती है, और रिवाज बाहर निकलता है और कोट का बटन लगाते हुए मैंशन के अंदर जाने लगता