अब आगे, अगली सुबह, आज रिया बहुत खुश होती है क्योंकि आज उस का जन्मदिन है और उस को लग रहा होता है कि हर बार की तरह सब घर वाले उस को नीचे जाते है बर्थडे विश करेंगे इसलिए रिया बहुत जल्दी जल्दी तैयार हो रही होती हैं क्योंकि रिया हर बार की तरह आज भी देर से ही उठी होती है। रिया जल्दी जल्दी नीचे आ रही है तो अमृत उस से कहता है, "अरे छुटकी संभाल के अभी गिर जाती ना तू, आज कल तेरा ध्यान किधर रहता है।" रिया, अमृत को देख कहती है, "वो भैया....!"